शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण....

Friday, September 23, 2011

तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं

ॐ सांई राम


 


"साईं की लीला सुने,
कर साईं का ध्यान,

भक्ति सद्गुरु साईं की,
त्याग सकल अभिमान"

"साईं राम मेरा सत्य गुरु"






साईं तेरी लीला कभी समझ ना पाऊ मैं
तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं

पानी से भी तुने दीप जलाये है
नीम के पत्ते तुने मीठे बनाये है
तेरी नाम वाली सदा जोत जलाऊ मैं
साईं तेरी लीला कभी समझ ना पाऊ मैं

तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं
तेरी महिमा कैसे गुणगान गाऊ मैं
कहाँ तुम पैदा हुए कौन माँ बाप साईं
सारी दुनिया ना अभी तक ये जान पाई

हिंदू हो ना मुस्लिम सिक्ख हो ना इसाई
सभी धर्मो में है समाये मेरे बाबा साईं
जन्नत से प्यारी तेरी शिर्डी हो आऊ मैं
तेरी नाम की विभूति माथे पे लगाऊ मैं
साईं तेरी लीला कभी समझ ना पाऊ मैं
तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं
बनके फ़कीर बाबा घर घर माँगा तुने
लेके विष दुनिया से अमृत बाटा तुने

दिन दुखियों का दुःख अपना ही जाना तुने
सारा संसार साईं अपना ही माना तुने
तुझसा दयालु कही ढूँढ ना पाऊ मैं
तेरी करुना के गीत सबको सुनाऊ मैं

साईं तेरी लीला कभी समझ ना पाऊ मैं
तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं
साईं तेरा जीवन भी कितना महान है
चरणों में तेरे सारा झुकता जहान है

किसके है भाव कैसे तुने पहचान है
बाबा तेरी शक्ति पे हम सब कुर्बान है
तुझसे बिछड़ कर ना कभी रह पाऊ में
तेरा बस तेरा बस तेरा ही हो जाऊ मैं

पानी से भी तुने दीप जलाये है
नीम के पत्ते तुने मीठे बनाये है
तेरी महिमा का कैसे गुणगान गाऊ मैं
तेरी नाम वाली सदा जोत जलाऊ मैं
तेरे चरणों में सदा शीश झुकाओ मैं


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