ॐ सांई राम
नाम महा रस पान करा कर,
पहले मुझे मस्त किया ||
अब आप कहे कर्त्तव्य निभाओ,
अब आप कहे कर्त्तव्य निभाओ,
ये आप की क्या अदा है ||
कहीं मन न लगे,
कुछ भी न भावे,
दीवाना सा कर दिया ||
अब आप कीजीए जो हो करना,
अब आप कीजीए जो हो करना,
मुझसे सांई कुछ भी न होता है ||
आप क्या जाने सांई आप की तङप,
ये जो नाम रस आप का पिया
इस रस ने कहीं का न छोङा,
इस रस ने कहीं का न छोङा,
मुझको कमली कर दिया है ||
अब इसके आगे कुछ भी न भाए,
हे मेरे सांई ये आप ने क्या किया है ||
!!! जय साईं राम !!!
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