शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण....

Wednesday, January 4, 2012

बेटी बचाओ! मनुष्य कहलाओ!



ॐ सांई राम









हे नारी तू श्रद्धेय है! मेरा तुझे शत-शत नमन !

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१- नारी चाहे किसी भी आयु और अवस्था की क्यूँ न हो लेकिन प्रकृति से माँ ही होती है और पुरुष चाहे किसी भी आयु और अवस्था का क्यूँ न हो जाये लेकिन प्रकृति से बालक ही रहता है!



२- धरती पर नारी का एक ही स्वरुप विद्यमान है और वो है माँ का स्वरुप! बाकी सब स्वरुप उसके माँ स्वरुप के उपक्रम मात्र हैं!



३- जिसने नारी को मान-सम्मान-प्रेम और विश्वास देना नहीं सीखा, उसने अपने मानव जीवन की सार्थकता सिद्ध नहीं की है!



४- नारी की सार्थकता पुरुष को बाँधने में है और उसकी पूर्णता पुरुष को मुक्ति देने में है!



५- नारी को इज्ज़त शब्दों से ही नहीं बल्कि दिल से देने वाला ही सत्पुरुष कहलाता है!





जरा कल्पना करो कि नारी बिना यह दुनिया कितनी अंधकारमय लगेगी!



बेटी बचाओ!



मनुष्य कहलाओ!



SAVE GIRL CHILD......



माँ चाहे मुझे प्यार न देना,चाहे दुलार न देना कर सको तो इतना करना,जन्म से पहले मार न देना।।

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