ॐ सांई राम
मन में जग जाए जोत तुम्हारी,
मेरे साईं ऐसी करो कृपा...
चड़ी रहे तेरे नाम की खुमारी,
चड़ी रहे तेरे नाम की खुमारी,
मेरे साईं ऐसी करो कृपा...
तेरे चरणों की धूल मेरे साईं,
चन्दन गुलाल बने
जिसने लगाई मस्तक,
जिसने लगाई मस्तक,
उसकी तकदीर बने...
मेरे साईं ऐसी करो कृपा...
अगर हाथ रख दे मेरे सर पे साईं,
मुझे फिर किसी कि ज़रूरत नहीं है |
बिठाले अगर अपने चरणो में हर दम,
बिठाले अगर अपने चरणो में हर दम,
किसी भी ख़ुशी कि ज़रूरत नहीं है ||
ये फूलों कि दुनिया, ये खारों की दुनिया,
ये लालच में भटके विचारों की दुनिया |
अगर पी सकूँ साईं मस्ती का अमृत,
अगर पी सकूँ साईं मस्ती का अमृत,
किसी बेखुदी की ज़रूरत नहीं है ||
अगर हाथ रख दे मेरे सर पे साईं,
अगर हाथ रख दे मेरे सर पे साईं,
मुझे फिर किसी कि ज़रूरत नहीं है |
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