ॐ सांई राम
सुध तन मन की भूल जाऊं,
कभी होश में न आंऊ
तेरे धाम पहुचँ जाऊं,
तेरे धाम पहुचँ जाऊं,
या किसी के काम आंऊ...
शुभ काम पाठ पूजा,
शुभ काम पाठ पूजा,
गुणगान करते करते
हो जाए बंद आँखे मेरी,
हो जाए बंद आँखे मेरी,
तेरा ध्यान करते करते...
साईं नाम को हृदय में धर ले
राह मुक्ति की निशिचित कर ले
वो त्रिकालदर्शी सब जाने
जाने न कोई भी बन्दा
और न ही संसार
बस......,
तू अपना कर्म करता चला जा
साईं नाम का श्रवण करता चला जा
राह मुक्ति की निशिचित कर ले
वो त्रिकालदर्शी सब जाने
जाने न कोई भी बन्दा
और न ही संसार
बस......,
तू अपना कर्म करता चला जा
साईं नाम का श्रवण करता चला जा
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