है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
साँईनाथ के चरणों में आकर के झुकजाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
साँईनाथ के चरणों में आकर के झुकजाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
तेरा मुख्ड़ा सुन्दर है तू जान से प्यारा है
मैं आँखें जब खोलूँ मुझे तुम ही नज़र आना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
मैं आँखें जब खोलूँ मुझे तुम ही नज़र आना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
तू जग का स्वामी है तू अन्तर्यामी है
मेरी विनती सुन लेना साँई दया तू बरसाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
मेरी विनती सुन लेना साँई दया तू बरसाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
तू ही मेरी किस्मत है मुझे तेरी ज़रूरत है
साँई मेरी भक्ति का कुछ मोल तो दे जाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
साँई मेरी भक्ति का कुछ मोल तो दे जाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
इतनी मेरी अरज़ी है साँई इसको न ठुकराना
जब द्वार तेरे आऊँ साँई दर्शन दिखलाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
जब द्वार तेरे आऊँ साँई दर्शन दिखलाना
है ये पावन शिरडी यहाँ बार-बार आना
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