ॐ सांई राम
ध्यान मुलं गुरोः मूर्तिं |
पूजा मुलं गुरो पदम||
मन्त्र मुलं गुरोः वाक्यम|
|| मोक्षं मुलं गुरोः कृपा ||
गुरुर ब्रम्हां गुरुर विष्णू |
गुर्रू देवो महेश्वरः ||
गुरू साक्षात परब्रम्हा |
गुरू साक्षात परब्रम्हा |
तस्मेन श्री गुरवे नमः ||
आज गुरुवार है,
साईं बाबा का वार है ,
सच्चे दिल से जो कोई ध्यावे,
सच्चे दिल से जो कोई ध्यावे,
उसका बेडा पार है
शिव शंकर का अवतार है,
शिव शंकर का अवतार है,
भक्तो का मददगार है,
करता वह हर चमत्कार है,
करता वह हर चमत्कार है,
सच्चे दिल वाले भक्तों का,
साईं को भी इंतज़ार है,
ॐ साईं ॐ शिव साईं
ॐ साईं ॐ शिव साईं
सब को आपने उभारा है ,
मुझ को भी तो साईं मेरे
मुझ को भी तो साईं मेरे
सिर्फ एक तेरा ही सहारा है
ॐ शिव साईं तुम रटते रहो
जब तक तन में प्राण है
साईं ने ही दिया यह जीवन दान है
जब तक तन में प्राण है
साईं ने ही दिया यह जीवन दान है
दत्त रूप साईं प्रभु, साईं शिव के रूप|
शिव साईं दोनों सदा, रहे फकीरा रूप||
सावन के पहले साईं-वार की
हार्दिक शुभ कामनाएं ||
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