ॐ सांई राम
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़
झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज
शिरडी के साँई महाराज
झोलियाँ भरो सब की
इक तेरी आस लिये बाबा
मन में विश्वास लिये
दर तेरे आए हैं आज
दर तेरे आए हैं आज
झोलियाँ भरो सब की ।
निर्बल के तुम बल हो बाबा
निर्धन के तुम धन हो
तुम हो ग़रीब नवाज़
तुम हो ग़रीब नवाज़
झोलियाँ भरो सब की ।
कदमों के साए में बाबा
रखना बिठाए हमें
रख लेना हम सबकी लाज
रख लेना हम सबकी लाज
झोलियाँ भरो सब की आज ।
शिरडी के साँई महाराज
झोलियाँ भरो सब की
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़
झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज
शिरडी के साँई महाराज
झोलियाँ भरो सब की आज
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