ॐ सांई राम
चन्द्रहासोजज्वलकरा शार्दूलवरवाहना |
कात्यायनी शुभं दधादेवी दानवघातिनी ||
माँ
दुर्गा के छठवें स्वरूप का नाम कात्यायनी है | इनका कात्यायनी नाम
पड़ने की
कथा इस प्रकार है - कत नाम के एक प्रसिद्ध महार्षि थे | उनके पुत्र ऋषि
कात्य हुए | इन्ही कात्य के गोत्र में महार्षि कात्यायन उत्पन हुए थे |
इन्होने भगवती पराम्बा की बहुत कठिन उपासना की थी | उनकी इच्छा थी की माँ
भगवती उनके घर पुत्री रूप में जन्म ले | माँ भगवती ने उनकी ये प्रार्थना
स्वीकार कर ली | कुछ काल पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर
बहुत बढ़ गया जब ब्रम्हा, विष्णु, महेश तीनो ने अपने अपने तेज का अंश देकर
महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन किया | इन देवी ने महार्षि
कात्यायन के घर पुत्री रूप में जन्म लिया | महार्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम
इनकी पूजा की | इसी कारण ये कात्यायनी कहलाई |
Kindly Provide Food & clean drinking Water to Birds & Other Animals,
This is also a kind of SEWA.
For Join Our Blog :- Click Here
For Join Our New Blog :- Click Here
For Visit Our Website :- Click Here
For Our Profile :- Click Here
For Join Our Group :- Click Here
For Join Our Page :- Click Here
E-Mail :- saikahoney@saimail.com
For Daily SAI SANDESH :- Click Here
For Daily SAI SANDESH On Your Mobile
No comments:
Post a Comment