शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण....

Wednesday, March 30, 2011

श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र

ॐ सांई राम
 सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय


कष्टों की काली छाया दुखदायी है,
जीवन में घोर उदासी लायी है l

संकट को टालो साईं दुहाई है,
तेरे सिवा न कोई सहाई है l

मेरे मन तेरी मूरत समाई है,
हर पल हर शन महिमा गायी है l

घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,
आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है l

तुम भोले नाथ हो दया निधान हो,
तुम हनुमान हो तुम बलवान हो l

तुम्ही राम और श्याम हो,
सारे जग त में तुम सबसे महान हो l

तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे,
करता हूँ प्रार्थना भव से तार दे l

तुम्ही मोहमद हो गरीब नवाज़ हो,
नानक की बानी में ईसा के साथ हो l

तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो,
हो बुध तुम्ही और महावीर हो l

सारे जगत का तुम्ही आधार हो,
निराकार भी और साकार हो l

करता हूँ वंदना प्रेम विशवास से,
सुनो साईं अल्लाह के वास्ते l

अधरों पे मेरे नहीं मुस्कान है,
घर मेरा बनने लगा शमशान है l

रहम नज़र करो उज्ढ़े वीरान पे,
जिंदगी संवरेगी एक वरदान से l

पापों की धुप से तन लगा हारने,
आपका यह दास लगा पुकारने l

आपने सदा ही लाज बचाई है,
देर न हो जाये मन शंकाई है l

धीरे-धीरे धीरज ही खोता है,
मन में बसा विशवास ही रोता है l

मेरी कल्पना साकार कर दो,
सूनी जिंदगी में रंग भर दो l

ढोते-ढोते पापों का भार जिंदगी से,
मैं गया हार जिंदगी से l

नाथ अवगुण अब तो बिसारो,
कष्टों की लहर से आके उबारो l

करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ,
ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ l

करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं,
तार दो जीवन ये चरणों की धूल से l

तुमने ऊजरा हुआ घर बसाया,
पानी से दीपक भी तुमने जलाया l

तुमने ही शिरडी को धाम बनाया,
छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया l

कष्ट पाप श्राप उतारो,
प्रेम दया दृष्टि से निहारो l

आपका दास हूँ ऐसे न टालिए,
गिरने लगा हूँ साईं संभालिये l

साईजी बालक मैं अनाथ हूँ,
तेरे भरोसे रहता दिन रात हूँ l

जैसा भी हूँ , हूँ तो आपका,
कीजे निवारण मेरे संताप का l

तू है सवेरा और मैं रात हूँ,
मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ l

साईं मुझसे मुख न मोड़ो,
बीच मझधार अकेला न छोड़ो l

आपके चरणों में बसे प्राण है,
तेरे वचन मेरे गुरु समान है l

आपकी राहों पे चलता दास है,
ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है l

आंसू की धारा में डूबता किनारा,
जिंदगी में दर्द नहीं गुज़ारा l

लगाया चमन तो फूल खिलायो,
फूल खिले है तो खुशबू भी लायो l

कर दो इशारा तो बात बन जाये,
जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये l

बीता ज़माना यह गाके फ़साना,
सरहदे ज़िन्दगी मौत तराना l

देर तो हो गयी है अंधेर ना हो,
फ़िक्र मिले लकिन फरेब ना हो l

देके टालो या दामन बचा लो,
हिलने लगी रहनुमाई संभालो l

तेरे दम पे अल्लाह की शान है,
सूफी संतो का ये बयान है l

गरीबों की झोली में भर दो खजाना,
ज़माने के वली करो ना बहाना l

दर के भिखारी है मोहताज है हम,
शंहंशाये आलम करो कुछ करम l

तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत,
तुम सदगुरू साईं हो समरथ l

आये हो धरती पे देने सहारा,
करने लगे क्यूँ हमसे किनारा l

जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा,
साईं तेरा नाम रहेगा l

चाँद सितारे तुम्हे पुकारेंगे,
जन्मोजनम हम रास्ता निहारेंगे l

आत्मा बदलेगी चोले हज़ार,
हम मिलते रहेंगे बारम्बार l

आपके कदमो में बैठे रहेंगे,
दुखड़े दिल के कहते रहेंगे l

आपकी मर्जी है दो या ना दो,
हम तो कहेंगे दामन ही भर दो l

तुम हो दाता हम है भिखारी,
सुनते नहीं क्यूँ अर्ज़ हमारी l

अच्छा चलो एक बात बता दो,
क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो l

जो नहीं देना है इनकार कर दो,
ख़तम ये आपस की तकरार कर दो l

लौट के खाली चला जायूँगा,
फिर भी गुण तेरे गायूँगा l

जब तक काया है तब तक माया है,
इसी में दुखो का मूल समाया है l

सबकुछ जान के अनजान हूँ मैं,
अल्लाह की तू शान तेरी शान हूँ मैं l

तेरा करम सदा सब पे रहेगा,
ये चक्र युग-युग चलता रहेगा l

जो प्राणी गायेगा साईं तेरा नाम,
उसको मुक्ति मिले पहुंचे परम धाम l

ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगे,
राहू, केतु, शनि निकट ना आयेंगे l

टाल जायेंगे संकट सारे,
घर में वास करें सुख सारे l

जो श्रधा से करेगा पठन,
उस पर देव सभी हो प्रस्सन l

रोग समूल नष्ट हो जायेंगे,
कष्ट निवारण मंत्र जो गायेंगे l

चिंता हरेगा निवारण जाप,
पल में दूर हो सब पाप l

जो ये पुस्तक नित दिन बांचे,
श्री लक्ष्मीजी घर उसके सदा विराजे l

ज्ञान , बुधि प्राणी वो पायेगा,
कष्ट निवारण मंत्र जो धयायेगा l

ये मंत्र भक्तों कमाल करेगा,
आई जो अनहोनी तो टाल देगा l

भूत-प्रेत भी रहेंगे दूर,
इस मंत्र में साईं शक्ति भरपूर l

जपते रहे जो मंत्र अगर,
जादू-टोना भी हो बेअसर l

इस मंत्र में सब गुण समाये,
ना हो भरोसा तो आजमाए l

ये मंत्र साईं वचन ही जानो,
स्वंयअमल कर सत्य पहचानो l

संशय ना लाना विशवास जगाना,
ये मंत्र सुखों का है खज़ाना l

इस पुस्तक में साईं का वास,
जय साईं श्री साईं जय जय साईं

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