ॐ सांई राम
सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय
कष्टों की काली छाया दुखदायी है,
जीवन में घोर उदासी लायी है l
संकट को टालो साईं दुहाई है,
तेरे सिवा न कोई सहाई है l
मेरे मन तेरी मूरत समाई है,
हर पल हर शन महिमा गायी है l
घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,
आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है l
तुम भोले नाथ हो दया निधान हो,
तुम हनुमान हो तुम बलवान हो l
तुम्ही राम और श्याम हो,
सारे जग त में तुम सबसे महान हो l
तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे,
करता हूँ प्रार्थना भव से तार दे l
तुम्ही मोहमद हो गरीब नवाज़ हो,
नानक की बानी में ईसा के साथ हो l
तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो,
हो बुध तुम्ही और महावीर हो l
सारे जगत का तुम्ही आधार हो,
निराकार भी और साकार हो l
करता हूँ वंदना प्रेम विशवास से,
सुनो साईं अल्लाह के वास्ते l
अधरों पे मेरे नहीं मुस्कान है,
घर मेरा बनने लगा शमशान है l
रहम नज़र करो उज्ढ़े वीरान पे,
जिंदगी संवरेगी एक वरदान से l
पापों की धुप से तन लगा हारने,
आपका यह दास लगा पुकारने l
आपने सदा ही लाज बचाई है,
देर न हो जाये मन शंकाई है l
धीरे-धीरे धीरज ही खोता है,
मन में बसा विशवास ही रोता है l
मेरी कल्पना साकार कर दो,
सूनी जिंदगी में रंग भर दो l
ढोते-ढोते पापों का भार जिंदगी से,
मैं गया हार जिंदगी से l
नाथ अवगुण अब तो बिसारो,
कष्टों की लहर से आके उबारो l
करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ,
ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ l
करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं,
तार दो जीवन ये चरणों की धूल से l
तुमने ऊजरा हुआ घर बसाया,
पानी से दीपक भी तुमने जलाया l
तुमने ही शिरडी को धाम बनाया,
छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया l
कष्ट पाप श्राप उतारो,
प्रेम दया दृष्टि से निहारो l
आपका दास हूँ ऐसे न टालिए,
गिरने लगा हूँ साईं संभालिये l
साईजी बालक मैं अनाथ हूँ,
तेरे भरोसे रहता दिन रात हूँ l
जैसा भी हूँ , हूँ तो आपका,
कीजे निवारण मेरे संताप का l
तू है सवेरा और मैं रात हूँ,
मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ l
साईं मुझसे मुख न मोड़ो,
बीच मझधार अकेला न छोड़ो l
आपके चरणों में बसे प्राण है,
तेरे वचन मेरे गुरु समान है l
आपकी राहों पे चलता दास है,
ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है l
आंसू की धारा में डूबता किनारा,
जिंदगी में दर्द नहीं गुज़ारा l
लगाया चमन तो फूल खिलायो,
फूल खिले है तो खुशबू भी लायो l
कर दो इशारा तो बात बन जाये,
जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये l
बीता ज़माना यह गाके फ़साना,
सरहदे ज़िन्दगी मौत तराना l
देर तो हो गयी है अंधेर ना हो,
फ़िक्र मिले लकिन फरेब ना हो l
देके टालो या दामन बचा लो,
हिलने लगी रहनुमाई संभालो l
तेरे दम पे अल्लाह की शान है,
सूफी संतो का ये बयान है l
गरीबों की झोली में भर दो खजाना,
ज़माने के वली करो ना बहाना l
दर के भिखारी है मोहताज है हम,
शंहंशाये आलम करो कुछ करम l
तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत,
तुम सदगुरू साईं हो समरथ l
आये हो धरती पे देने सहारा,
करने लगे क्यूँ हमसे किनारा l
जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा,
साईं तेरा नाम रहेगा l
चाँद सितारे तुम्हे पुकारेंगे,
जन्मोजनम हम रास्ता निहारेंगे l
आत्मा बदलेगी चोले हज़ार,
हम मिलते रहेंगे बारम्बार l
आपके कदमो में बैठे रहेंगे,
दुखड़े दिल के कहते रहेंगे l
आपकी मर्जी है दो या ना दो,
हम तो कहेंगे दामन ही भर दो l
तुम हो दाता हम है भिखारी,
सुनते नहीं क्यूँ अर्ज़ हमारी l
अच्छा चलो एक बात बता दो,
क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो l
जो नहीं देना है इनकार कर दो,
ख़तम ये आपस की तकरार कर दो l
लौट के खाली चला जायूँगा,
फिर भी गुण तेरे गायूँगा l
जब तक काया है तब तक माया है,
इसी में दुखो का मूल समाया है l
सबकुछ जान के अनजान हूँ मैं,
अल्लाह की तू शान तेरी शान हूँ मैं l
तेरा करम सदा सब पे रहेगा,
ये चक्र युग-युग चलता रहेगा l
जो प्राणी गायेगा साईं तेरा नाम,
उसको मुक्ति मिले पहुंचे परम धाम l
ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगे,
राहू, केतु, शनि निकट ना आयेंगे l
टाल जायेंगे संकट सारे,
घर में वास करें सुख सारे l
जो श्रधा से करेगा पठन,
उस पर देव सभी हो प्रस्सन l
रोग समूल नष्ट हो जायेंगे,
कष्ट निवारण मंत्र जो गायेंगे l
चिंता हरेगा निवारण जाप,
पल में दूर हो सब पाप l
जो ये पुस्तक नित दिन बांचे,
श्री लक्ष्मीजी घर उसके सदा विराजे l
ज्ञान , बुधि प्राणी वो पायेगा,
कष्ट निवारण मंत्र जो धयायेगा l
ये मंत्र भक्तों कमाल करेगा,
आई जो अनहोनी तो टाल देगा l
भूत-प्रेत भी रहेंगे दूर,
इस मंत्र में साईं शक्ति भरपूर l
जपते रहे जो मंत्र अगर,
जादू-टोना भी हो बेअसर l
इस मंत्र में सब गुण समाये,
ना हो भरोसा तो आजमाए l
ये मंत्र साईं वचन ही जानो,
स्वंयअमल कर सत्य पहचानो l
संशय ना लाना विशवास जगाना,
ये मंत्र सुखों का है खज़ाना l
इस पुस्तक में साईं का वास,
जय साईं श्री साईं जय जय साईं