शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण....

Friday, April 29, 2011

मालिक हमारे, तुम बाबा साई......

ॐ सांई राम




मैं रोज़ गुनाह करता हूँ, वो छुपाता है अपनी रहमत से,
मैं मजबूर अपनी आदत से, वो मजबूर अपनी रहमत से


 जिस हाल में रखे साई

उस हाल में रहते जाओ
तुफंनों से क्या घबराना
तूफानों में बहते जाऊ


गम और ख़ुशी की रातें
सब हैं उसकी सौगांते
देनेवाला जो दे दे
हंस-हंसके सहते जाओ
जिस हाल में रखे साई .......


तुम दूर नहीं मंजिल से
बस दिल को लगालो दिल से
और उसके गले से लगकर
जो कहना है कहते जाओ
जिस हाल में रखे साई 
उस हाल में रहते जाओ
**सतगुरु साईं हम सभी पर हमेशा रहमत बनाये रखें**
रहम नजर करो,अब मोरे साईं |
तुम वीन नहीं मुझे मा बाप भाई |
मैं अंधा हूं बंदा तुम्हारा ||
मैं ना जानूं, अल्लाइलाही || रहम.||||
खाली जमाना मैंने गमाया,
साथी आखर का किया न कोई || रहम.||||
अपने मशिद का झाडू गणू है,
मालिक हमारे, तुम बाबा साई || ...रहम.||||


For Daily SAI SANDESH Click at our Group address : http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:

Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

Wednesday, April 27, 2011

श्री साई सच्चरित्र - अध्याय 1

ॐ सांई राम
आप सभी को शिर्डी के साईं बाबा ग्रुप की और से साईं-वार की हार्दिक शुभ  कामनाएं |
 
आज  से हम प्रत्येक साईं-वार के दिन आप के समक्ष बाबा जी की जीवनी पर आधारित श्री साईं सच्चित्र का एक अध्याय प्रस्तुत करने के लिए श्री साईं जी से अनुमति चाहते है |
 
हमें आशा है की हमारा यह कदम घर घर तक श्री साईं सच्चित्र का सन्देश पंहुचा कर हमें सुख और शान्ति का अनुभव करवाएगा| किसी भी प्रकार की त्रुटी के लिए हम सर्वप्रथम श्री साईं चरणों में क्षमा याचना करते है|   


गेहूँ पीसने वाला एक अद्भभुत सन्त वन्दना - गेहूँ पीसने की कथा तथा उसका तात्पर्य

----------------------------------

पुरातन पद्घति के अनुसार श्री हेमाडपंत श्री साई सच्चरित्र का आरम्भ वन्दना करते हैं ।



1.प्रथम श्री गणेश को साष्टांग नमन करते हैं, जो कार्य को निर्विध समाप्त कर उस को यशस्वी बनाते हैं कि साई ही गणपति हैं ।



2.फिर भगवती सरस्वती को, जिन्होंने काव्य रचने की प्रेरणा दी और कहते हैं कि साई भगवती से भिन्न नहीं हैं, जो कि स्वयं ही अपना जीवन संगीत बयान कर रहे हैं ।



3.फिर ब्रहा, विष्णु, और महेश को, जो क्रमशः उत्पत्ति, सि्थति और संहारकर्ता हैं और कहते हैं कि श्री साई और वे अभिन्न हैं । वे स्वयं ही गुरू बनकर भवसहगर से पार उतार देंगें ।



4.फिर अपने कुलदेवता श्री नारायण आदिनाथ की वन्दना करते हैं । जो कि कोकण में प्रगट हुए । कोकण वह भूमि है, जिसे श्री परशुरामजी ने समुद् से निकालकर स्थापित किया था । तत्पश्चात् वे अपने कुल के आदिपुरूषों को नमन करते हैं ।



5.फिर श्री भारदृाज मुनि को, जिनके गोत्र में उनका जन्म हुआ । पश्चात् उन ऋषियों को जैसे-याज्ञवल्क्य, भृगु, पाराशर, नारद, वेदव्यास, सनक-सनंदन, सनत्कुमार, शुक, शौनक, विश्वामित्र, वसिष्ठ, वाल्मीकि, वामदेव, जैमिनी, वैशंपायन, नव योगींद्, इत्यादि तथा आधुनिक सन्त जैसे-निवृति, ज्ञानदेव, सोपान, मुक्ताबाई, जनार्दन, एकनाथ, नामदेव, तुकाराम, कान्हा, नरहरि आदि को नमन करते हैं ।



6.फिर अपने पितामह सदाशिव, पिता रघुनाथ और माता को, जो उनके बचपन में ही गत हो गई थीं । फिर अपनी चाची को, जिन्होंने उनका भरण-पोषण किया और अपने प्रिय ज्येष्ठ भ्राता को नमन करते हैं ।



7.फिर पाठकों को नमन करते हैं, जिनसे उनकी प्रार्थना हैं कि वे एकाग्रचित होकर कथामृत का पान करें ।



8.अन्त में श्री सच्चिददानंद सद्रगुरू श्री साईनाथ महाराज को, जो कि श्री दत्तात्रेय के अवतार और उनके आश्रयदाता हैं और जो ब्रहा सत्यं जगनि्मथ्या का बोध कराकर समस्त प्राणियों में एक ही ब्रहा की व्यापि्त की अनुभूति कराते हैं ।



श्री पाराशर, व्यास, और शांडिल्य आदि के समान भक्ति के प्रकारों का संक्षेप में वर्णन कर अब ग्रंथकार महोदय निम्नलिखित कथा प्रारम्भ करते हैं ।



गेहूँ पीसने की कथा

-----------------------

सन् 1910 में मैं एक दिन प्रातःकाल श्री साई बाबा के दर्शनार्थ मसजिद में गया । वहाँ का विचित्र दृश्य देख मेरे आश्चर्य का ठिकाना न रहा कि साई बाबा मुँह हाथ धोने के पश्चात चक्की पीसने की तैयारी करने लगे । उन्होंने फर्श पर एक टाट का टुकड़ा बिछा, उस पर हाथ से पीसने वाली चक्की में गेहूँ डालकर उन्हें पीसना आरम्भ कर दिया ।



मैं सोचने लगा कि बाबा को चक्की पीसने से क्या लाभ है । उनके पास तो कोई है भी नही और अपना निर्वाह भी भिक्षावृत्ति दृारा ही करते है । इस घटना के समय वहाँ उपसि्थत अन्य व्यक्तियों की भी ऐसी ही धोरणा थी । परंतु उनसे पूछने का साहस किसे था । बाबा के चक्की पीसने का समाचार शीघ्र ही सारे गाँव में फैल गया और उनकी यह विचित्र लीला देखने के हेतु तत्काल ही नर-नारियों की भीड़ मसजिद की ओर दौड़ पडी़ ।



उनमें से चार निडर सि्त्रयां भीड़ को चीरता हुई ऊपर आई और बाबा को बलपूर्वक वहाँ से हटाकर हाथ से चक्की का खूँटा छीनकर तथा उनकी लीलाओं का गायन करते हुये उन्होंने गेहूँ पीसना प्रारम्भ कर दिया ।



पहिले तो बाबा क्रोधित हुए, परन्तु फिर उनका भक्ति भाल देखकर वे षान्त होकर मुस्कराने लगे । पीसते-पीसते उन सि्त्रयों के मन में ऐसा विचार आया कि बाबा के न तो घरदृार है और न इनके कोई बाल-बच्चे है तथा न कोई देखरेख करने वाला ही है । वे स्वयं भिक्षावृत्ति दृारा ही निर्वाह करते हैं, अतः उन्हें भोजनाआदि के लिये आटे की आवश्यकता ही क्या हैं । बाबा तो परम दयालु है । हो सकता है कि यह आटा वे हम सब लोगों में ही वितरण कर दें । इन्हीं विचारों में मगन रहकर गीत गाते-गाते ही उन्होंने सारा आटा पीस डाला । तब उन्होंने चक्की को हटाकर आटे को चार समान भागों में विभक्त कर लिया और अपना-अपना भाग लेकर वहाँ से जाने को उघत हुई । अभी तक शान्त मुद्रा में निमग्न बाब तत्क्षण ही क्रोधित हो उठे और उन्हें अपशब्द कहने लगे- सि्त्रयों क्या तुम पागल हो गई हो । तुम किसके बाप का माल हडपकर ले जा रही हो । क्या कोई कर्जदार का माल है, जो इतनी आसानी से उठाकर लिये जा रही हो । अच्छा, अब एक कार्य करो कि इस अटे को ले जाकर गाँव की मेंड़ (सीमा) पर बिखेर आओ ।



मैंने शिरडीवासियों से प्रश्न किया कि जो कुछ बाबा ने अभी किया है, उसका यथार्थ में क्या तात्पर्य है । उन्होने मुझे बतलाया कि गाँव में विषूचिका (हैजा) का जोरो से प्रकोप है और उसके निवारणार्थ ही बाबा का यह उपचार है । अभी जो कुछ आपने पीसते देखा था, वह गेहूँ नहीं, वरन विषूचिका (हैजा) थी, जो पीसकर नष्ट-भ्रष्ट कर दी गई है । इस घटना के पश्चात सचमुच विषूचिका की संक्रामतकता शांत हो गई और ग्रामवासी सुखी हो गये ।

यह जानकर मेरी प्रसन्नता का पारावार न रहा । मेरा कौतूहल जागृत हो गया । मै स्वयं से प्रश्न करने लगा कि आटे और विषूचिका (हैजा) रोग का भौतिक तथा पारस्परिक क्या सम्बंध है । इसका सूत्र कैसे ज्ञात हो । घटना बुदिगम्य सी प्रतीत नहीं होती । अपने हृतय की सन्तुष्टि के हेतु इस मधुर लीला का मुझे चार शब्दों में महत्व अवश्य प्रकट करना चाहिये । लीला पर चिन्तन करते हुये मेरा हृदय प्रफुलित हो उठा और इस प्रकार बाब का जीवन-चरित्र लिखने के लिये मुझे प्रेरणा मिली । यह तो सब लोगों को विदित ही है कि यह कार्य बाबा की कृपा और शुभ आशीर्वाद से सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया ।



आटा पीसने का तात्पर्य

---------------------------

शिरडीवासियों ने इस आटा पीसने की घटना का जो अर्थ लगाया, वह तो प्रायः ठीक ही है, परन्तु उसके अतिरिक्त मेरे विचार से कोई अन्य भी अर्थ है । बाब शिरड़ी में 60 वर्षों तक रहे और इस दीर्घ काल में उन्होंने आटा पीसने का कार्य प्रायः प्रतिदिन ही किया । पीसने का अभिप्राय गेहूँ से नहीं, वरन् अपने भक्तों के पापो, दुर्भागयों, मानसिक तथा शाशीरिक तापों से था । उनकी चक्की के दो पाटों में ऊपर का पाट भक्ति तथा नीचे का कर्म था । चक्की का मुठिया जिससे कि वे पीसते थे, वह था ज्ञान । बाबा का दृढ़ विश्वास था कि जब तक मनुष्य के हृदय से प्रवृत्तियाँ, आसक्ति, घृणा तथा अहंकार नष्ट नहीं हो जाते, जिनका नष्ट होना अत्यन्त दुष्कर है, तब तक ज्ञान तथा आत्मानुभूति संभव नहीं हैं ।



यह घटना कबीरदास जी की उसके तदनरुप घटना की स्मृति दिलाती है । कबीरदास जी एक स्त्री को अनाज पीसते देखकर अपने गुरू निपतिनिरंजन से कहने लगे कि मैं इसलिये रुदन कर रहा हूँ कि जिस प्रकार अनाज चक्की में पीसा जाता है, उसी प्रकार मैं भी भवसागर रुपी चक्की में पीसे जाने की यातना का अनुभव कर रहा हूँ । उनके गुरु ने उत्तर दिया कि घबड़ाओ नही, चक्की के केन्द्र में जो ज्ञान रुपी दंड है, उसी को दृढ़ता से पकड़ लो, जिस प्रकार तुम मुझे करते देख रहे हो ष उससे दूर मत जाओ, बस, केन्द्र की ओप ही अग्रसर होते जाओ और तब यह निशि्चत है कि तुम इस भवसागर रुपी चक्की से अवश्य ही बच जाओगे ।



।। श्री सद्रगुरु साईनाथार्पणमस्तु । शुभं भवतु ।।

Tuesday, April 26, 2011

सांई मैं दूँ सब कुछ तुझ पर वार..................

ॐ सांई राम




नाज़ करूँ मैं खुद पर सांई,
सब कुछ वार दूँ तुझ पर सांई,
जब से प्यार मिला तेरा,
सुंदर दीदार मिला तेरा,
सब कुछ पा लिया मैने सांई ,
दिल गद गद हो गया मेरा,
हे सांई, पाया दीदार जब से तेरा,
अब और कुछ रही ना इस मन की चाह,
सांई मैं दूँ सब कुछ तुझ पर वार,
किया तूने हम पतितो का उद्धार,
परमेश्वर, तेरे इस रूप को,
मेरा करोङो बार नमस्कार,
नमस्कार, नमस्कार
!!! जय सांई राम !!!


For Daily SAI SANDESH Click at our Group address : http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:

Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us




Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...

आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ.....

ॐ सांई राम


ॐ साईं, श्री साईं, जय जय साईं... ॐ साईं राम!!!
आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ
आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ 
आओ मेरे साईं जी
आओ मेरे दाता जी

मेरी अँखियाँ दे विच आओ
अँखियाँ दे विच आओ

मेरे साईं मुड़ के हूँ न जाओ
मेरे दाता मुड़ के न जाओ
मेरे दिल विच बस जाओ,
मेनू अपना दास बनाओ,

अपने चरना थल्ले लाओ,
अपनी गोदी विच बिठाओ
आओ मेरे साईं जी
आओ मेरे दाता जी

आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ
आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ

मेरी अँखियाँ दे विच आओ
अँखियाँ दे विच आओ
आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ
आओ साईं, मेरे साईं, मेरे घर आओ





Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...


For Daily SAI SANDESH Click at our Group address : http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :


 For Daily Sai Sandesh Through SMS:

Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

Sunday, April 24, 2011

साईं तेरे हजारों नाम

ॐ सांई राम
 
कण कण में तेरा ही मेरे साईं वास है

तीनो लोक में मेरे बाबा आपका ही राज है

सभी जीवो पे तेरी रहमत दिन रात बरसाती है

तेरी ही रहमत से मेरे बाबा दिन और रात निकलते है

ऐसी ही कृपा सदा बने रखना

चरणों में अपने बिठा अपने भगत को सदा

अपनी सेवा में लगाये रखना
 
साईं तेरे हजारों नाम
कोई अल्लाह कहे कोई राम
कुरान में भी हो तुम साईं
गीता में भी हो तुम साईं
बाइबल में भी हो तुम साईं
गुरुबानी में भी तुम साईं
तेरी शिर्डी साईं पावन धाम
कोई अल्लाह कहे कोई राम
साईं तेरे हजारों नाम
कोई अल्लाह कहे कोई राम...


हरी ॐ साईं ॐ


Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...

For Daily SAI SANDESH Click at our Group address :
 
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:
Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us
http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :

Friday, April 22, 2011

श्री साईं नाथ महाराज जी के 11 वचन

ॐ सांई राम
 
 जो शिरडी आएगा, आपद दूर भगाएगा,


चढ़े समाधी की सीढी पर, पैर तले दुःख की पीढ़ी,


त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौडा आऊंगा,


मन में रखना द्रढ विश्वास, करे समाधी पुरी आस,


मुझे सदा ही जीवत जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो,


मेरी शरण आ खाली जाए, हो कोई तो मुझे बताये,


जैसा भाव रहे जिस मनका, वैसा रूप हुआ मेरे मनका,


भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा,


आ सहायता लो भरपूर, जो माँगा वो नही है दूर,


मुझ में लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया,
 


धन्य -धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य,


.....श्री सच्चिदानंद सदगुरू साईनाथ महाराज की जय.....
Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...

For Daily SAI SANDESH Click at our Group address :
http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :
 
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:
Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

Thursday, April 21, 2011

मोको कहां ढूढे रे बन्दे

ॐ सांई राम
 
मोको कहां ढूढे रे बन्दे

मैं तो तेरे पास में
ना तीर्थ मे ना मूर्त में

ना एकान्त निवास में

ना मंदिर में ना मस्जिद में

ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे

मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में

ना मैं व्रत उपवास में

ना मैं क्रिया कर्म में रहता

ना ही जोग सन्यास में

ना ही प्राण में ना ही पिंड में

ना ब्रह्याण्ड आकाश में

ना मैं प्रकृति पर्वत गुफा में

ना ही स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरंत मिल जाउं

इक पल की तालाश में

कहत कबीर सुनो भई साधो

मैं तो हूँ विश्वास में....
Have a reflective Good Friday...


Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...

For Daily SAI SANDESH Click at our Group address :
http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :
 
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:
Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

Wednesday, April 20, 2011

ॐ सांई राम

ॐ सांई राम

मुश्किलें आती है,

परेशानिया आती है.

ज़िन्दगी जीना वो,

हमको सिखाती है.

रात हुयी है,

तो दिन जरुर आएगा.

जो है आज परेशान,

कल सकूं जरुर पायेगा.

अल्लाह बड़ा मेहरबान,

वो रहमदिल है.

एक न एक दिन,

वो राह जरुर दिखायेगा.

मेरा मालिक है साईं,

अभी वो चुप है.

तुम देखना एक दिन,

वो अपना जलवा जरुर दिखायेगा.

है भरोसा साईं पर,

उसकी रहमत बरसेगी.

ख़ुशी का पैगाम आएगा,

सबकी किश्मत भी चमकेगी.




***********************

Translation
***********************

Difficulties & problems come.


They educate us how to live life.

The night has just ended.There will be certainly

dawn thereafter.Whosoever is disturbed today,

will certainly get peace tomorrow.

Allah (God) is very compasionate & kind

heatred.One day or other He will certainly

show us the path.

My master (Swami) is Sai Baba.At present He

is keeping silence.You see one day,He will

certainly show His divine power of magic.

I trust & believe in Sai.His kindness will shower.

The message of happiness will be received.

Everyone luck will also shine.


Happy Sai Deva's Day
Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  

by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now

Interested members can contact us...

For Daily SAI SANDESH Click at our Group address :
http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com



Visit us at :
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:

Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070


Please Note : For Donations


Our bank Details are as follows :


A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group
A/c.No-0036DD1582050
IFSC -INDB0000036
IndusInd Bank Ltd,
N-10/11,Sec-18,
Noida-201301. 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

Monday, April 18, 2011

पानी तो अनमोल है Save water, save life

ॐ सांई राम

 
पानी तो अनमोल है
उसको बचा के रखिये
बर्बाद मत कीजिये इसे
जीने का सलीका सीखिए
पानी को तरसते हैं
धरती पे काफी लोग यहाँ
पानी ही तो दौलत है
पानी सा धन भला कहां
पानी की है मात्रा सीमित
पीने का पानी और सीमित
तो पानी को बचाइए
इसी में है समृधी निहित
शेविंग या कार की धुलाई
या जब करते हो स्नान
पानी की जरूर बचत करें
पानी से है धरती महान
जल ही तो जीवन है
पानी है गुनों की खान
पानी ही तो सब कुछ है
पानी है धरती की शान
पर्यावरण को न बचाया गया
तो वो दिन जल्दी ही आएगा
जब धरती पे हर इंसान
बस 'पानी पानी' चिल्लाएगा
रुपये पैसे धन दौलत
कुछ भी काम न आएगा
यदि इंसान इसी तरह
धरती को नोच के खाएगा
आने वाली पुश्तों का
कुछ तो हम करें ख़्याल
पानी के बगैर भविष्य
भला कैसे होगा खुशहाल
बच्चे, बूढे और जवान
पानी बचाएँ बने महान
अब तो जाग जाओ इंसान
पानी में बसते हैं प्राण :)

Shirdi Ke Sai Baba Group (Regd.) Seeking Sponsreship for the modification of our website and launch of our Group's first Bhajan Mala Album : Main Balihari..................Mere Sai...................  
by : Mrs. Madhu Ji Anand..Have a look at her Live performance...Click Here Now
Interested members can contact us...
For Daily SAI SANDESH
Click at our Group address :

http://groups.google.com/group/shirdikesaibaba/boxsubscribe?p=FixAddr&email

Current email address :
shirdikesaibaba@googlegroups.com

Visit us at :
 
 For Daily Sai Sandesh Through SMS:
Type ON SHIRDIKESAIBABAGROUP
In your create message box
and send it to
+919870807070

 

Please Note : For Donations

 

Our bank Details are as follows :

 

A/c-Title -Shirdi Ke Sai Baba Group

A/c.No-0036DD1582050

IFSC -INDB0000036

IndusInd Bank Ltd,

N-10/11,Sec-18,

Noida-201301. 

 
For more details Contact : Anand Sai  (Mobile)+919810617373
or mail us

मन मन्दिर में वास है तेरा

ॐ सांई राम





ऐसी सुबह न आए
न आए ऐसी श्याम

जिस दिन जुबान पे मेरी
आए न साई का नाम
मन मन्दिर में वास है तेरा,
तेरी छवि बसाई प्यासी आत्मा
बनके जोगी तेरे शरण में आया

तेरे ही चरणों में पाया
मैंने यह विश्राम
ऐसी सुबह न आए
न आए ऐसी श्याम

जिस दिन जुबान पे मेरी
आए न तेरा नाम
तेरी खोज में न जाने
कितने युग मेरे बीते
अंत में काम क्रोध सब हरे
वो बोले तुम जीते

मुक्त किया प्रभु तुने मुझको
है शत शत प्रणाम
ऐसी सुबह न आए
न आए ऐसी श्याम

जिस दिन जुबान पे मेरी
आए न तेरा नाम
सर्व्कला संपन तुम्ही ही हो
औ मेरे परमेश्वर
दर्शन देकर धन्य करो
अब त्रिलोक्येश्वर

भवसागर से पार हो जायु
लेकर तेरा नाम
ऐसी सुबह न आए
न आए ऐसी श्याम

Sunday, April 17, 2011

Emailing: dsc01972.jpg, dsc01980.jpg, dsc01984.jpg, dsc01985.jpg, dsc01993.jpg, dsc01996.jpg, dsc01997.jpg, dsc02003.jpg, dsc02006.jpg, dsc02011.jpg, dsc02012.jpg, dsc02018.jpg, dsc02030.jpg, dsc02045.jpg, dsc02050.jpg, dsc02059.jpg, dsc02060.jpg, dsc0210

Om Sai Ram to all....
 
Dear Sai devotees,
 
Please find attached Ram Navmi celebration pics in Shirdi on 12th April 2011.
 
 
Warm Regards,
 
 
Bhawesh Anand
(Anand Sai)
+919810617373

For Donation